ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय की अंगीभूत इकाई सीएम लॉ कॉलेज में तीन वर्षीय एलएलबी पाठ्यक्रम (सत्र 2025-28) में नामांकन को लेकर जारी अधिसूचना में संशोधन कर दिया गया है। नामांकन के लिए आयोजित होने वाली प्रवेश परीक्षा को स्थगित कर दिया गया है। अब मेरिट के आधार पर ही नामांकन लिया जाएगा। इस संबंध में 20 मई को कॉलेज से सूचना जारी की गई है। इसमें कहा गया है कि विश्वविद्यालय के निर्देशानुसार अपरिहार्य कारणों से नामांकन प्रवेश परीक्षा (एईटी) को तत्काल स्थगित करते हुए मेरिट के आधार पर ही नामांकन लेने का निर्णय लिया गया है। आवेदन प्राप्त करने की तिथि पूर्व निर्धारित कार्यक्रम अनुसार यथावत चलेगा।
बता दें कि एलएलबी में नामांकन के लिए आवेदन की प्रक्रिया 15 मई से शुरू है। नामांकन को लेकर कॉलेज की ओर से 13 मई को जारी अधिसूचना के अनुसार प्रवेश परीक्षा 29 जून को संभावित थी।
प्रधानाचार्य प्रो. दिलीप कुमार चौधरी ने बताया कि तीन वर्षीय एलएलबी पाठ्यक्रम में नामांकन के लिए विश्वविद्यालय प्रशासन के निर्देशानुसार मेरिट के आधार पर ही प्रक्रिया शुरू करने को कहा गया है। इच्छुक छात्र-छात्राएं सामान्य शुल्क के साथ 10 जून तक कॉलेज में अपना आवेदन जमा कर सकते हैं। इस अवधि में आवेदन करने से वंचित रहने वाले अभ्यर्थी 11 से 16 जून के बीच 200 रुपये विलंब शुल्क के साथ अपना आवेदन कॉलेज काउंटर पर जमा कर सकेंगे। मेधा सूची का प्रकाशन चार जुलाई को किया जाएगा, जबकि इसके आधार पर नामांकन का कार्य सात से 14 जुलाई तक होगा। पाठ्यक्रम के लिए वर्ग संचालन का कार्य 15 जुलाई से होना संभावित है।
बता दें कि हाल ही में बार काउंसिल ऑफ इंडिया (बीसीआई) ने तीन वर्षीय एलएलबी पाठ्यक्रम में 60 सीटों पर नामांकन की स्वीकृति प्रदान की है। सीएम लॉ कॉलेज में वर्ष 2020 से ही नामांकन ठप था। बीसीआई की स्वीकृति मिलने पर पांच वर्ष बाद कॉलेज में नामांकन की प्रक्रिया शुरू हो रही है। पटना उच्च न्यायालय के निर्देश के आलोक में बीसीआई की कानूनी शिक्षा समिति की स्थायी समिति ने गत वर्ष नौ नवंबर को कॉलेज का भौतिक निरीक्षण किया था। इसमें कई खामियां उजागर हुई थी। इससे पूर्व वर्ष 2022 और 2023 में भी बीसीआई की टीम ने कॉलेज का निरीक्षण किया था, लेकिन उस समय नामांकन की स्वीकृति नहीं मिल सकी थी। विश्वविद्यालय स्तर पर सीएम लॉ कालेज के विकास कार्यों के साथ आधारभूत संरचना उपलब्ध कराने तथा कॉलेज के सुचारू संचालन के लिए एक एडवाइजरी कमेटी भी गठित कर दी गई है। यह कमेटी कॉलेज के प्रधानाचार्य को कॉलेज संचालन में आवश्यक सहयोग उपलब्ध कराएगी। समिति मेंडब्लूआईटी के निदेशक, कॉलेज निरीक्षण कला-वाणिज्य, विवि के कनीय अभियंता केशव कुमार के साथ विधि अधिकारी नवीन कुमार सिंह, ललित कला संकायाध्यक्ष प्रो. पुष्पम नारायण आदि शामिल हैं गौरतलब है कि 2020 से पूर्व कॉलेज की नामांकन प्रक्रिया लगातार विवादों में रही है। पूर्व में सीटों के बंदरबांट के मामले भी सामने आते रहे हैं। नामांकन प्रक्रिया को लेकर कई छात्र कोर्ट तक पहुंचे थे। कॉलेज में पूर्व में नामांकन में अनियमितता की बातें विवि प्रशासन के संज्ञान में भी है। कुलपति प्रो. संजय कुमार चौधरी ने भी हाल ही में अपनी प्रेसवार्ता में माना कि कॉलेज को बंदी के कगार तक पहुंचाने में वहां के शिक्षाकर्मी ही जिम्मेदार हैं। कॉलेज गुटबाजी का शिकार होता रहा। सीट से अधिक नामांकन लिए जाते थे। यही कारण रहा कि इस बार नामांकन की स्वीकृति मिलते ही छात्रों की ओर से नामांकन में पारदर्शिता के लिए प्रवेश परीक्षा के आयोजन की मांग की जा रही थी। हालांकि प्रवेश परीक्षा की घोषणा करने के बाद इसे स्थगित किए जाने को लेकर कई सवाल उठने लगे हैं
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