यूजीसी ने नियमों में किया संशोधन
विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) ने छात्रों को राहत देते हुए एक समय में प्राप्त दो डिग्रियों को मान्यता देने का निर्णय लिया है। नए नियम 2022 से पहले प्राप्त डिग्रियों पर भी लागू होंगे। पहले एक रेगुलर और एक डिस्टेंस डिग्री साथ लेने की वैधता पर असमंजस था। कई मामलों में इसे मान्यता नहीं दी जाती थी। अब छात्र दोनों डिग्रियां रेगुलर मोड (बशर्ते कक्षाओं का समय न टकराए) या एक डिग्री रेगुलर मोड में और दूसरी ओपन एंड डिस्टेंस लर्निंग या ऑनलाइन मोड में या दोनों डिग्रियां डिस्टेंस या ऑनलाइन मोड में हासिल कर सकते हैं। यह नियम पीएचडी व एमफिल पर लागू नहीं होगा।
यूजीसी ने 2012 में एक समिति गठित की थी। इसने सुझाव दिया कि एक रेगुलर डिग्री के साथ केवल एक अतिरिक्त डिप्लोमा या सर्टिफिकेट कोर्स को डिस्टेंस मोड में लिया जा सकता है
यूजीसी ने 2020 में अनुमति दी कि एक रेगुलर डिग्री के साथ एक डिग्री डिस्टेंस या ऑनलाइन मोड में ले सकते हैं। दोनों डिग्री रेगुलर मोड में लेने की अनुमति नहीं थी
नई शिक्षा नीति में दो डिग्रियों की अनुमति दी, पर स्पष्ट नहीं था कि 2022 से पहले की डिग्रियां मान्य होंगी या नहीं।
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