कुलपति प्रो. सजंय कुमार चौधरी के अभिनंदन समारोह में पहुंचे रूसा के उपाध्यक्ष ,ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय व सीएम कालेज का मूल्यांकित होना गौरव की बात
किसी शैक्षणिक संस्था के शिक्षण, अधिगम, शोध, प्रशासन, बुनियादी ढांचे और सामाजिक उत्तरदायित्व आदि जैसे महत्वपूर्ण आयामों पर संस्थाओं के मूल्यांकन के लिए नैक निरीक्षण आवश्यक है। संस्थाओं का मूल्यांकित होना बताता है कि संस्था इन कसौटियों पर खड़ी उतरी है। सूबे के उच्च शिक्षा निदेशक डा. नवीन कुमार अग्रवाल ने मंगलवार को एमएलएसएम कालेज सभागार में विद्यापति सेवा संस्थान के तत्वावधान में ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. संजय कुमार चौधरी के अभिनंदन में आयोजित समारोह को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय और सीएम कालेज का मूल्यांकित होना गौरव की बात है।
अग्रवाल ने कहा कि मुझे निदेशक के रूप में सरकार ने मिथिलावासियों का सम्मान किया है। यह सम्मान आम जनता का सम्मान है। उन्होंने कहा कि आप सभी हमें उचित और नियमसंगत कार्य करने में मदद करे जिससे राज्य की उच्च शिक्षा राष्ट्रीय स्तर पर अपनी एक पहचान बना सके। कुलपति प्रो. संजय कुमार चौधरी ने कहा कि आने वाला समय मिथिला विश्वविद्यालय का होगा और इसके सर्वांगीण विकास के दरवाजे चारों दिशाओं में खुलेंगे। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय के कार्य संस्कृति में अपेक्षित सुधार होने के बाद उनकी प्राथमिकता पारंपरिक शिक्षा की गुणवत्ता को दुरूस्त करने के साथ ही छात्र-छात्राओं को समय की मांग के हिसाब से रोजगारोन्मुखी गैर पारंपरिक पाठ्यक्रम के विकल्प उपलब्ध कराना है। इसके अंतर्गत विश्वविद्यालय निकट भविष्य में ही गुजरात के एआरसी लैब के साथ एमओयू साइन कर फोरेंसिक साइंस पर आधारित छह महीने का सर्टिफिकेट कोर्स शुरू करने जा रहा है। इस पाठ्यक्रम के शुरू हो जाने से समय के माकूल जहां छात्रों को कैरियर का बेहतर विकल्प उपलब्ध होगा वहीं यह विश्वविद्यालय पूर्वी जोन का ऐसा पहला विश्वविद्यालय होगा जहां इसकी पढ़ाई होगी। इसके शुरू होने से पुलिस प्रशासन को भी फोरेंसिक प्रशिक्षण में काफी सुविधा मिलेगी। उन्होंने डब्ल्यूआईटी की संचालन गतिविधि पर संतोष जाहिर करते कहा कि चालू सत्र से कानून में स्नातक स्तर की पढाई जहां फिर से शुरू हो रही है वहीं बायोटेक पाठ्यक्रम एवं खेल निदेशालय के शुभारंभ होने की प्रक्रिया अंतिम चरण में हैं। अपने संबोधन में उन्होंने इस साल के अंत तक दूरस्थ शिक्षा निदेशालय के भी प्रारंभ हो जाने की प्रबल उम्मीद जाहिर की। एमएलएसएम कालेज के सभागार में आयोजित कार्यक्रम की अध्यक्षता महाविद्यालय के प्रधानाचार्य डा. शंभु कुमार यादव ने की। रूसा के उपाध्यक्ष डा. कामेश्वर झा ने कुलपति को कुशल प्रशासक एवं प्रभावशाली अनुशासक बताते हुए कहा कि कुलपति ने अपने तीन वर्षीय कार्यकाल के पहले डेढ़ साल में अपनी दूरदर्शी सोच को साबित कर दिखाया है। संस्थान के महासचिव डा वैद्यनाथ चौधरी वैजू ने कहा कि ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय के कुलपति के पहले 18 मास के उपलब्धिपूर्ण कार्यकाल के लिए उनके अभिनंदन से विश्वविद्यालय के विकास की गति को मिठास मिलेगी। संस्थान के अध्यक्ष सह कामेश्वर सिंह दरभंगा संस्कृत विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति प्रो. शशिनाथ झा ने कुलपति के कार्यशैली की चर्चा करते हुए कहा कि 'सर्वजन हिताय' की उनकी मनोभावना न सिर्फ काबिले तारीफ है वल्कि इसमें विश्वविद्यालय का सर्वांगीण विकास भी सर्वथा निहित है।
सीएम कालेज के प्रधानाचार्य प्रो. मुश्ताक अहमद ने कुलपति के अभिनंदन को अब तक किए उनके कार्य की स्वीकारोक्ति बताते हुए चुटकी भरे अंदाज में आगाह किया कि हर छह महीने पर उनके अभिनंदन का साफ मतलब है कि मिथिला के सजग प्रहरी उनकी एक एक दिन की गतिविधि पर टकटकी लगाए हैं। अध्यक्षीय संबोधन में डा. शंभु कुमार यादव ने कहा कि अभिनंदन समारोह में लोगों की स्वतः स्फूर्त जीवंत उपस्थिति कुलपति के नेतृत्व में हर उम्मीद व आशा के जीवंत होने का प्रमाण है। कार्यक्रम में मुंगेर विश्वविद्यालय के कुलसचिव डा. घनश्याम राय, मैथिली अकादमी के पूर्व अध्यक्ष पं. कमला कांत झा, संस्थान के कार्यकारी अध्यक्ष डा. बुचरू पासवान, एमके कालेज के प्रधानाचार्य डा. रहमतुल्लाह, मारवाड़ी कालेज के प्रधानाचार्य डा. विनोद बैठा, एमआरएम कालेज के प्रधानाचार्य डा. श्याम चंद्र गुप्ता, शिक्षकेत्तर कर्मचारी महासंघ के प्रक्षेत्रीय मंत्री विनय कुमार झा ने भी विचार रखे। धन्यवाद ज्ञापन प्रो. चंद्रशेखर झा बूढाभाई ने किया। अभिनंदन समारोह में प्रो रमेश झा, अरुण सिंह, गोपाल चौधरी, डा रामसुभग चौधरी, विनोद कुमार झा, रंगनाथ ठाकुर, उत्सव पराशर, डा सुधीर कुमार मिश्र, डा चंद्रनाथ मिश्र, डा गणेश कांत झा, दुर्गानंद झा, हरिकिशोर चौधरी, पवन कुमार ठाकुर, डा ज्वाला प्रसाद चौधरी, सुबोध यादव, आशीष चौधरी, पुरुषोत्तम वत्स भी मौजूद थे।
मिथिला विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो संजय कुमार चौधरी ने कहा कि विश्वविद्यालय में शैक्षणिक विकास की असीमित संभावनाएं मौजूद हैं। आने वाला समय मिथिला विश्वविद्यालय का होगा और इसके सर्वांगीण विकास के दरवाजे चारों दिशाओं में खुलेंगे। वे मंगलवार को विद्यापति सेवा संस्थान के तत्वावधान में एमएलएसएम कॉलेज के सभागार में आयोजित अभिनंदन समारोह को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय के कार्य संस्कृति में अपेक्षित सुधार होने के बाद उनकी प्राथमिकता पारंपरिक शिक्षा की गुणवत्ता को दुरूस्त करने के साथ ही छात्र-छात्राओं को समय की मांग के हिसाब से रोजगारोन्मुखी गैर पारंपरिक पाठ्यक्रम के विकल्प उपलब्ध कराना है। इसके अंतर्गत विश्वविद्यालय निकट भविष्य में ही गुजरात के एआरसी लैब के साथ एमओयू साइन कर फोरेंसिक साइंस पर आधारित छह महीने का सर्टिफिकेट कोर्स शुरू करने जा रहा है। उन्होंने इस साल के अंत तक दूरस्थ शिक्षा निदेशालय के भी प्रारंभ हो जाने की प्रबल उम्मीद जाहिर की। उन्होंने डा बैद्यनाथ चौधरी बैजू की प्रशंसा करते कहा कि इनके जैसे निःस्वार्थी लोग विश्वविद्यालय की मूल पूंजी हैं।
उन्होंने इस साल के अंत तक दूरस्थ शिक्षा निदेशालय के भी प्रारंभ हो जाने की प्रबल उम्मीद जाहिर की
विश्वविद्यालय का उत्तरोत्तर विकास हो रहा : डॉ. बैद्यनाथ चौधरी बैजू
अध्यक्षता महाविद्यालय के प्रधानाचार्य डा शंभु कुमार यादव ने की। उद्घाटन समारोह में कुलपति प्रो संजय कुमार चौधरी, रूसा के उपाध्यक्ष डा कामेश्वर झा, उच्च शिक्षा निदेशक प्रो नवीन कुमार अग्रवाल, मुंगेर विश्वविद्यालय के कुलसचिव डा घनश्याम राय, विद्यापति सेवा संस्थान के अध्यक्ष प्रो शशिनाथ झा, पं कमलाकांत झा, डा बुचरू पासवान, महासचिव डा बैद्यनाथ चौधरी बैजू, सीएम कालेज के प्रधानाचार्य प्रो मुश्ताक अहमद ने आदि थे। संस्था के मीडिया संयोजक प्रवीण कुमार झा ने मंच संचालन किया। संस्थान के महासचिव डॉ. बैद्यनाथ चौधरी बैजू ने कहा कि उनके कार्यकाल में विवि का उत्तरोत्तर विकास हो रहा है। कार्यक्रम में मुंगेर विश्वविद्यालय के कुलसचिव डा घनश्याम राय, मैथिली अकादमी के पूर्व अध्यक्ष पं कमला कांत झा, संस्थान के कार्यकारी अध्यक्ष डा बुचरू पासवान, एम के कालेज के प्रधानाचार्य डा रहमतुल्लाह, मारवाड़ी कालेज के प्रधानाचार्य डा विनोद बैठा, एमआरएम कालेज के प्रधानाचार्य डा श्याम चंद्र गुप्ता, शिक्षकेत्तर कर्मचारी महासंघ के प्रक्षेत्रीय मंत्री विनय कुमार झा आदि ने भी अपने विचार रखे। धन्यवाद ज्ञापन प्रो चंद्रशेखर झा बूढाभाई ने किया। प्रो रमेश झा, अरुण सिंह, गोपाल चौधरी, डा रामसुभग चौधरी, विनोद कुमार झा, रंगनाथ ठाकुर आदि मौजूद थे।
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